भोपाल
राजधानी में आठ दिन पहले रेत का अवैध खनन, ओवरलोड परिवहन व विवाद रोकने बना एक्शन प्लान का असर आमजन पर दिखाई दे रहा है क्योंकि 2800 रुपए घन मीटर में मिलने वाली रेत अब 3500 रुपए घन मीटर बाजार में बिक रही है। इसका प्रमुख कारण पावर मेक कंपनी द्वारा पेटी कांट्रेक्टर पर दिया गया ठेका है, जिसके चलते रेत भराई व रायल्टी दोनों के दाम बढ़ गए हैं। वहीं दूसरी तरफ पांच रेत नाकों पर शासकीय अधिकारियों और कर्मचारियों की शिफ्ट में ड्यूटी लगाई गई है, जिससे काफी हद तक अवैध खनन व परिवहन रुक गया है। इससे रेत माफिया मनमाने दाम में रेत बेच रहे हैं।

पिछले दिनों रेत कारोबारियों की हड़ताल के बीच भोपाल कमिश्नर को अवैध रेत खनन व परिवहन को लेकर लगातार शिकायत मिली, तो उन्होंने भोपाल संभाग के अफसरों के साथ बैठक कर सीहोर, रायसेन, भोपाल जिलों में 14 चेक पोस्ट लगाने के निर्देश दिए थे। जहां पर राजस्व, पुलिस, खनिज की टीम की आठ-आठ घंटे ड्यूटी लगाने के सख्त निर्देश जारी भी किए थे, जिसके बाद  चेक पोस्ट जहां पर बिना रायल्टी, बिना ईटीपी के डंपर चेक पोस्ट पर लगे कर्मचारी और प्रभारी जांच कर रहे हैं। जिला खनिज अधिकारी एचपी सिंह का कहना है कि चेक पोस्ट के एक्टिव होने से  रेत के अवैध परिवहन पर अंकुश लगा है।

राजधानी में रेत महंगी होने की वजह रेत खुदाई का ठेके पावर मेक कंपनी ने पेटी कांट्रेक्ट पर दिया है, जिससे रेत भराई चार से पांच हजार रुपए की जगह 7 हजार रुपए ली जा रही है। वहीं रायल्टी 900 से 1000 प्रति घनमीटर डंपर में 13 घनमीटर तक रेत पर ली जा रही है। जबकि 13 घनमीटर से अधिक रेत भरने पर 1500 रुपए घनमीटर में रायल्टी जारी की जा रही है। यही कारण है कि बाजार में रेत महंगे दामों में बेची जा रही है।

Source : Agency